अग्निष्टोमपद्धतिः – गुच्छ 1 | Agnishtoma Paddhati – Fasc. 1 | भगवत प्रसाद शर्मा – Bhagavat Prasad Sharma, रघुनाथ द्विवेदी – Raghunath Dwivedi
यह पुस्तक अग्निष्टोमपद्धति का एक अनमोल खजाना है, जो प्राचीन वैदिक संस्कृति की गहरी समझ प्रदान करती है।
अग्निष्टोमपद्धतिः – गुच्छ 1 | Agnishtoma Paddhati – Fasc. 1: एक वैदिक अनुष्ठान का विस्तृत विवरण
“अग्निष्टोमपद्धतिः – गुच्छ 1” या “Agnishtoma Paddhati – Fasc. 1” नामक यह पुस्तक, भगवत प्रसाद शर्मा द्वारा संपादित, अग्निष्टोम यज्ञ का एक गहन अध्ययन प्रस्तुत करता है। यह पुस्तक, जो ‘The Chowkhamba Sanskrit Series’ का एक भाग है, प्राचीन भारतीय धर्म और संस्कृति में महत्वपूर्ण स्थान रखने वाले अग्निष्टोम अनुष्ठान के विवरण, विधि और महत्व पर प्रकाश डालती है।
रघुनाथ द्विवेदी का योगदान:
पुस्तक में रघुनाथ द्विवेदी द्वारा लिखे गए “अग्निष्टोम पद्धतिः” ग्रंथ का पहला भाग शामिल है। द्विवेदी, एक प्रख्यात संस्कृत विद्वान, ने इस ग्रंथ में अग्निष्टोम यज्ञ के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला है।
अग्निष्टोम पद्धति: एक प्राचीन भारतीय अनुष्ठान
अग्निष्टोम, वैदिक काल में प्रचलित एक महत्वपूर्ण यज्ञ है, जो देवताओं को प्रसन्न करने और समृद्धि प्राप्त करने के लिए किया जाता था। इस यज्ञ में विभिन्न प्रकार के मंत्र, अनुष्ठान, और प्रक्रियाएँ शामिल होती हैं, जिनका वर्णन ऋग्वेद और अन्य वैदिक ग्रंथों में मिलता है। अग्निष्टोम यज्ञ का उद्देश्य मनुष्य और देवताओं के बीच संबंध स्थापित करना और प्रकृति की शक्तियों को नियंत्रित करने की क्षमता प्राप्त करना था।
पुस्तक की विशेषताएँ:
“अग्निष्टोमपद्धतिः – गुच्छ 1” में अग्निष्टोम यज्ञ के निम्नलिखित पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की गई है:
- यज्ञ के विभिन्न भाग: पुस्तक में अग्निष्टोम यज्ञ के विभिन्न भागों जैसे “होम,” “समावर्तन,” और “उद्गान” का विस्तृत वर्णन किया गया है।
- मंत्रों का विश्लेषण: पुस्तक में यज्ञ में प्रयोग होने वाले मंत्रों का गहन विश्लेषण किया गया है, जिसमें उनके अर्थ, उच्चारण और महत्व पर प्रकाश डाला गया है।
- अनुष्ठानों की विधि: पुस्तक में यज्ञ के विभिन्न अनुष्ठानों को करने की विधि का स्पष्ट वर्णन किया गया है, जिससे पाठक यज्ञ के सही तरीके से समझ सकते हैं।
- यज्ञ का धार्मिक और सामाजिक महत्व: पुस्तक में अग्निष्टोम यज्ञ के धार्मिक और सामाजिक महत्व को समझाया गया है, जिसमें इसका समाज पर प्रभाव और वैदिक काल में इसकी भूमिका को रेखांकित किया गया है।
पुस्तक का महत्व:
“अग्निष्टोमपद्धतिः – गुच्छ 1” एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है जो वैदिक संस्कृति, धर्म, और अनुष्ठानों की गहरी समझ प्रदान करता है। यह पुस्तक, संस्कृत विद्वानों, इतिहासकारों, और वैदिक संस्कृति में रुचि रखने वाले सभी लोगों के लिए एक अनमोल खजाना है। यह पुस्तक, अग्निष्टोम यज्ञ के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करते हुए, प्राचीन भारतीय संस्कृति की समृद्धता और जटिलता को प्रकट करती है।
डाउनलोड और अध्ययन:
यह पुस्तक, ‘The Chowkhamba Sanskrit Series’ का एक भाग है और ‘digitallibraryindia’ और ‘JaiGyan’ जैसी ऑनलाइन लाइब्रेरीज से मुफ्त में डाउनलोड किया जा सकता है।
संदर्भ:
“अग्निष्टोमपद्धतिः – गुच्छ 1” एक ऐसी पुस्तक है जो आपको वैदिक काल के जीवन और दर्शन में वापस ले जाएगी। यह पुस्तक आपके लिए एक ज्ञानवर्धक और रोमांचक यात्रा होगी, जिससे आप वैदिक संस्कृति की गहराई और जटिलता को समझ सकेंगे।
The Chowkhamba Sanskrit Series,agnistoma Paddhati by Sarma,bhagavat Prasad Ed. |
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Title: | The Chowkhamba Sanskrit Series,agnistoma Paddhati |
Author: | Sarma,bhagavat Prasad Ed. |
Subjects: | C-DAK |
Language: | san |
Collection: | digitallibraryindia, JaiGyan |
BooK PPI: | 600 |
Added Date: | 2017-01-20 16:58:04 |