इब्नेखलदून का मुक़द्दमा | Ebnekhaldun Ka Mukadma | अब्दुर्रहमा खलदून – Abdurrahman Khaldun
इब्नेखलदून का मुक़द्दमा – एक अनमोल धरोहर
इब्नेखलदून के “मुक़द्दमा” की यह किताब एक अद्भुत कृति है जो हमें इतिहास, दर्शन, समाजशास्त्र, और राजनीति विज्ञान में अनगिनत अंतर्दृष्टियाँ प्रदान करती है। लेखक, रिज़वी अथर सयाद, ने इस मुश्किल विषय को बहुत ही सरल और समझाने वाले अंदाज में पेश किया है। किताब की भाषा बेहद सहज है, जिससे कोई भी पाठक आसानी से इब्नेखलदून के विचारों को समझ सकता है।
इब्नेखलदून का मुक़द्दमा: एक अनूठा योगदान
“इब्नेखलदून का मुक़द्दमा” एक बहुमूल्य ग्रंथ है जो इतिहास के अध्ययन के प्रति हमारे दृष्टिकोण को बदल सकता है। इस पुस्तक में, अब्दुर्रहमान खलदून – एक महान अरबी इतिहासकार, समाजशास्त्री, और दार्शनिक – की “मुक़द्दमा” नामक पुस्तक का सार प्रस्तुत किया गया है। मुक़द्दमा इतिहास लेखन के लिए एक अनूठी संरचना प्रस्तुत करती है जो समाजों के विकास और परिवर्तन को समझने का नया परिदृश्य प्रस्तुत करती है।
अब्दुर्रहमान खलदून – इतिहास लेखन में क्रांति
अब्दुर्रहमान खलदून (1332-1406) एक बहुमुखी विद्वान थे जो इतिहास, दर्शन, राजनीति विज्ञान, और समाजशास्त्र में अपनी गहरी समझ के लिए प्रसिद्ध थे। “मुक़द्दमा” उनकी सबसे महान कृति है जो समाज के विकास और इतिहास के अध्ययन के नए दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करती है। यह पुस्तक समूह मनोविज्ञान, सामाजिक शक्तियों, और सभ्यता के विकास को समझने के लिए एक अद्वितीय फ्रेमवर्क प्रदान करती है।
मुक़द्दमा – इतिहास लेखन में एक नया पद
मुक़द्दमा का अर्थ “परिचय” है, लेकिन यह पुस्तक सिर्फ एक परिचय से कहीं अधिक है। यह इतिहास लेखन के लिए एक नया ढाँचा प्रस्तुत करती है, जो इतिहास को घटनाओं के क्रम के तौर पर नहीं बल्कि समाजों के विकास और परिवर्तन के प्रक्रिया के रूप में देखता है। खलदून ने यह दर्शाया कि समाज के सामाजिक, आर्थिक, और राजनीतिक कारकों का इतिहास पर गहरा प्रभाव पड़ता है।
मुक़द्दमा – समाजों के विकास की व्याख्या
खलदून ने “असबिया” के सिद्धांत को प्रस्तुत किया, जो एक समाज की एकजुटता और बल को बताता है। उन्होंने यह दर्शाया कि एक समाज की एकजुटता उसके विकास और प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। मुक़द्दमा में, खलदून ने अनेक विषयों का अध्ययन किया है, जैसे राज्य का विकास, शहरी और ग्रामीण समाज का तुलनात्मक अध्ययन, धर्म और सभ्यता का संबंध, और समाज में असमानता का प्रभाव।
मुक़द्दमा – इतिहास और समाज का अध्ययन
“मुक़द्दमा” सिर्फ इतिहासकारों के लिए ही नहीं बल्कि समाजशास्त्रियों, राजनीति विज्ञान विशेषज्ञों, और दार्शनिकों के लिए भी एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है। यह पुस्तक हमें समाज के विकास और इतिहास को समझने का एक नया नजरिया प्रदान करती है। खलदून के विचारों का आज भी समाज के अध्ययन में महत्वपूर्ण स्थान है।
मुक़द्दमा – एक विशिष्ट ग्रंथ
“इब्नेखलदून का मुक़द्दमा” इस महान कृति को समझने के लिए एक आसान और सुगम माध्यम प्रदान करता है। लेखक ने खलदून के जटिल विचारों को सरल भाषा में समझाने का प्रयास किया है, जिससे कि कोई भी पाठक इसे आसानी से समझ सके। यह पुस्तक एक विशिष्ट ग्रंथ है जो इब्नेखलदून के विचारों को समझने के लिए एक महत्वपूर्ण शुरुआत है।
निष्कर्ष
“इब्नेखलदून का मुक़द्दमा” एक बहुमूल्य ग्रंथ है जो हमें इतिहास, समाज, और मानव सभ्यता के प्रति अपनी समझ को गहरा करने का अवसर प्रदान करता है। अब्दुर्रहमान खलदून के विचारों का आज भी समाज के अध्ययन में महत्वपूर्ण स्थान है, और यह पुस्तक हमें उनके विचारों से जुड़ने का एक अद्भुत अवसर प्रदान करती है। इस पुस्तक को पढ़ने के बाद, आप इतिहास और समाज को देखने का नया नजरिया प्राप्त करेंगे।
संदर्भ:
- इब्ने खलदून: विश्वकोश
- इब्ने खलदून का मुक़द्दमा: मुफ्त पीडीएफ डाउनलोड
- अब्दुर्रहमान खलदून: जीवन और कार्य
- इब्ने खलदून की “मुक़द्दमा” का अध्ययन
Ebnekhaldun Ka Mukadma by Rijvi Athar Sayad |
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Title: | Ebnekhaldun Ka Mukadma |
Author: | Rijvi Athar Sayad |
Subjects: | Banasthali |
Language: | hin |
Collection: | digitallibraryindia, JaiGyan |
BooK PPI: | 600 |
Added Date: | 2017-01-23 10:54:28 |