ऋग्वेद | Rigved | दयानंद सरस्वती – Dayanand Saraswati
एक अनूठी दृष्टि से ऋग्वेद का अध्ययन
“ऋग्वेद प्रार्थना हिंदी भाषा में” एक ऐसा ग्रन्थ है जो ऋग्वेद के ज्ञान को हिंदी भाषा में आसानी से समझने योग्य बनाता है। स्वामी दयानंद सरस्वती की सरल और स्पष्ट भाषा ने ऋग्वेद की गूढ़ता को दूर किया है।
यह पुस्तक न केवल ऋग्वेद के मंत्रों का अनुवाद प्रस्तुत करती है, बल्कि उनके अर्थ और प्रासंगिकता को भी स्पष्ट करती है। दयानंद जी के व्याख्यान शैली ऋग्वेद के ज्ञान को आम लोगों तक पहुंचाने में सफल रही है।
ऋग्वेद: भारत की प्राचीनतम ज्ञान परंपरा का आधार
ऋग्वेद, हिन्दू धर्म की सबसे प्राचीनतम और सबसे महत्वपूर्ण ग्रंथों में से एक है। यह वेदों में सबसे पुराना है, और यह ऋषियों द्वारा रचित मंत्रों और सूक्तियों का संग्रह है। ऋग्वेद में देवताओं, प्रकृति, मानवीय जीवन और समाज की विविध पहलुओं का वर्णन किया गया है।
ऋग्वेद का महत्व सिर्फ धार्मिक दृष्टिकोण से ही नहीं है बल्कि इसका समाज, संस्कृति, भाषा और दर्शन पर भी गहरा प्रभाव है।
स्वामी दयानंद सरस्वती: ऋग्वेद के प्रचारक
स्वामी दयानंद सरस्वती (1824-1883) एक महान भारतीय संत, समाज सुधारक और वेदों के जानकार थे। उन्होंने ‘आर्य समाज’ की स्थापना की और ऋग्वेद को वापस अपनी मूल आध्यात्मिकता में लाने का प्रयास किया। वे मन, वाणी, और कर्म से हिंसा के विरुद्ध थे, और शिक्षा, ज्ञान, और समानता का प्रचार करते थे।
स्वामी दयानंद ने ऋग्वेद का हिंदी में अनुवाद किया जिससे इस ग्रंथ को अधिक लोगों तक पहुंचने में सहायता मिली।
“ऋग्वेद प्रार्थना हिंदी भाषा में” – एक महत्वपूर्ण पुस्तक
“ऋग्वेद प्रार्थना हिंदी भाषा में” एक महत्वपूर्ण ग्रन्थ है जो ऋग्वेद को आसानी से समझने में मदद करता है। यह पुस्तक ऋग्वेद के ज्ञान को बढ़ावा देती है और स्वामी दयानंद सरस्वती की उपदेशों का अनुसरण करने का मार्ग प्रशस्त करती है।
यह पुस्तक ऋग्वेद के ज्ञान को विस्तृत रूप से प्रस्तुत करती है और इसके अध्ययन के लिए एक अत्यधिक उपयोगी संसाधन है।
पुस्तक कैसे डाउनलोड करें
“ऋग्वेद प्रार्थना हिंदी भाषा में” का पीडीएफ संस्करण निःशुल्क डाउनलोड करने के लिए आप पीडीएफ फॉरेस्ट वेबसाइट पर जा सकते हैं।
References:
- The Rigveda – Wikipedia
- Dayananda Saraswati – Wikipedia
- PDFforest – Online Book Library
ऋग्वेद और दयानंद सरस्वती – एक महत्वपूर्ण जोड़ी
ऋग्वेद और स्वामी दयानंद सरस्वती का संबंध एक ऐतिहासिक संबंध है। दयानंद जी ने ऋग्वेद को एक महत्वपूर्ण ग्रंथ के रूप में मान्यता दी और इसके अध्ययन को प्रोत्साहित किया। उनकी ‘आर्य समाज’ ने ऋग्वेद के ज्ञान का प्रसार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
“ऋग्वेद प्रार्थना हिंदी भाषा में” इस संबंध को और भी मजबूत करता है। यह पुस्तक ऋग्वेद के ज्ञान को हिंदी भाषा में समझने के लिए एक आसान और प्रभावी माध्यम प्रदान करती है। यह पुस्तक आज भी अनेक लोगों के लिए ऋग्वेद के ज्ञान का प्रमुख स्रोत है।
निष्कर्ष
“ऋग्वेद प्रार्थना हिंदी भाषा में” ऋग्वेद के ज्ञान को समझने के लिए एक महत्वपूर्ण पुस्तक है। यह पुस्तक स्वामी दयानंद सरस्वती की महान दर्शन और उपदेशों को समझने में भी सहायक है। यदि आप ऋग्वेद के ज्ञान से परिचित होना चाहते हैं, तो यह पुस्तक आपके लिए एक अत्यधिक उपयोगी साधन है।
Rigved Prathane Hindi Bhasaye by Dayananda Sarasvati |
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Title: | Rigved Prathane Hindi Bhasaye |
Author: | Dayananda Sarasvati |
Subjects: | Banasthali |
Language: | hin |
Collection: | digitallibraryindia, JaiGyan |
BooK PPI: | 300 |
Added Date: | 2017-01-19 00:21:35 |