[PDF] पद्मनन्दि पञ्चविंशति | Padmanandi Panchvinshati | eBookmela

पद्मनन्दि पञ्चविंशति | Padmanandi Panchvinshati

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अचर्य पद्मनन्दि विचारीत पंचवी शांति

इस ग्रंथ से पद्मनन्दि पंचविंशति के प्रति मेरा सम्मान और बढ़ गया है! इस अद्भुत रचना में विद्वत्ता और ज्ञान का ऐसा सम्मिश्रण है कि पाठक हर पृष्ठ पर खुद को तल्लीन पाता है। पंडित बलचंद सिद्धांत शास्त्री ने पद्मनन्दि के विचारों को इस तरह से प्रस्तुत किया है कि वे आधुनिक पाठक के लिए भी प्रासंगिक लगते हैं।


पद्मनन्दि पंचविंशति: जैन दर्शन का एक अनोखा रत्न

परिचय

पद्मनन्दि पंचविंशति, जैन दर्शन के महान आचार्य पद्मनन्दि द्वारा रचित एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है, जो जैन धर्म के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालता है। यह ग्रंथ, अपनी संक्षिप्तता और स्पष्टता के कारण, जैन धर्म को समझने के लिए एक उत्कृष्ट मार्गदर्शक माना जाता है।

ग्रंथ का महत्व

पद्मनन्दि पंचविंशति का जैन दर्शन में अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। इस ग्रंथ में, पद्मनन्दि ने जैन दर्शन के प्रमुख सिद्धांतों को सरल और स्पष्ट भाषा में प्रस्तुत किया है। उन्होंने धर्म, आत्मा, कर्म, मोक्ष, और जीवन के उद्देश्य जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर अपने विचार व्यक्त किए हैं।

ग्रंथ का विषय

पद्मनन्दि पंचविंशति में कुल पच्चीस अध्याय हैं, प्रत्येक अध्याय एक अलग विषय पर केंद्रित है।

  • प्रथम अध्याय: पद्मनन्दि इस अध्याय में जैन धर्म के प्रमुख सिद्धांतों, जैसे कि अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य, और अपरिग्रह का परिचय देते हैं।
  • द्वितीय अध्याय: इस अध्याय में, पद्मनन्दि आत्मा की प्रकृति और उसके गुणों पर चर्चा करते हैं।
  • तृतीय अध्याय: यह अध्याय कर्म सिद्धांत पर केंद्रित है, जो बताता है कि हमारे कर्म हमारे जीवन को कैसे प्रभावित करते हैं।
  • चतुर्थ अध्याय: पद्मनन्दि इस अध्याय में मोक्ष, यानी मुक्ति प्राप्त करने के मार्ग का विवरण देते हैं।
  • पांचवां अध्याय: इस अध्याय में जीवन के उद्देश्य, आत्मा का विकास और ब्रह्मज्ञान प्राप्त करने पर प्रकाश डाला गया है।

ग्रंथ का उपयोग

पद्मनन्दि पंचविंशति का उपयोग जैन धर्म को समझने, आध्यात्मिक विकास करने, और जीवन के उद्देश्य को खोजने के लिए किया जाता है। यह ग्रंथ जैन धर्म के लिए एक शानदार प्रवेश द्वार के रूप में कार्य करता है।

कैसे प्राप्त करें

पद्मनन्दि पंचविंशति का हिंदी में अनुवाद उपलब्ध है। आप इस ग्रंथ को PDF प्रारूप में मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं। यह ग्रंथ विभिन्न ऑनलाइन पुस्तकालयों में भी उपलब्ध है।

निष्कर्ष

पद्मनन्दि पंचविंशति, जैन दर्शन का एक अनोखा रत्न है, जो जैन धर्म के विभिन्न पहलुओं को समझने में मदद करता है। यह ग्रंथ आध्यात्मिक ज्ञान को बढ़ाने और जीवन में सही मार्ग का अनुसरण करने में मदद करता है। यदि आप जैन धर्म के बारे में जानना चाहते हैं, तो पद्मनन्दि पंचविंशति का अध्ययन आपके लिए बहुत उपयोगी साबित हो सकता है।

संदर्भ

कुछ महत्वपूर्ण बातें:

  • पद्मनन्दि पंचविंशति, जैन साहित्य में एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है, जिसे जैन दर्शन को समझने के लिए एक मूल्यवान स्रोत माना जाता है।
  • यह ग्रंथ सरल और स्पष्ट भाषा में लिखा गया है, जिससे यह हर वर्ग के पाठक के लिए समझने में आसान है।
  • पद्मनन्दि पंचविंशति आध्यात्मिक ज्ञान, जीवन मूल्यों और जैन दर्शन के विभिन्न पहलुओं को समझने के लिए एक उत्कृष्ट मार्गदर्शक है।
  • आप इस ग्रंथ को ऑनलाइन विभिन्न स्रोतों से मुफ्त PDF प्रारूप में डाउनलोड कर सकते हैं।

Achariya Padamnadhi Vicharit Panchavi Santi by Pandit, Balchand Sidhant Sastari

Title: Achariya Padamnadhi Vicharit Panchavi Santi
Author: Pandit, Balchand Sidhant Sastari
Subjects: Banasthali
Language: hin
Achariya Padamnadhi Vicharit Panchavi Santi
Collection: digitallibraryindia, JaiGyan
BooK PPI: 300
Added Date: 2017-01-22 00:01:24

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