मानव धर्म संहिता | Manav Dharm Sanhita | शांति विजय – Shanti Vijay
“मानव धर्म संहिता” – एक अद्भुत ग्रंथ जो आपको जीवन के बारे में सोचने का एक नया नजरिया देता है! शांति विजय जी की लेखनी में सच्चाई और ज्ञान का ऐसा संगम है जो आपको आत्मा की शांति तक पहुँचाएगा. इस किताब में मानवीय जीवन के मूल्यों और धर्म के गहन अर्थ का खूबसूरत वर्णन है. यदि आप जीवन की गहराई समझना चाहते हैं तो यह ग्रंथ अवश्य पढ़ें!
मानव धर्म संहिता: शांति विजय का जीवन दर्शन
“मानव धर्म संहिता” एक प्रसिद्ध ग्रंथ है जो शांति विजय जी द्वारा लिखा गया था. यह ग्रंथ १८१८ में प्रकाशित हुआ था और इसका अंकीय नाम “1249” है. यह ग्रंथ मानव जीवन के मूल्यों और धर्म के सार पर गहन चर्चा करता है. शांति विजय जी का मानना था कि धर्म सिर्फ़ किसी धार्मिक संस्था से जुड़ा नहीं है, बल्कि यह जीवन का एक मूल सिद्धांत है जो हर इंसान के अंदर विद्यमान है. इस ग्रंथ में वे मानव जीवन के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करते हुए धर्म के आध्यात्मिक मूल्य और नैतिक आचरण के महत्व पर प्रकाश डालते हैं.
“मानव धर्म संहिता” की प्रमुख विशेषताएं:
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मानव जीवन के मूल्यों पर गहन चर्चा: यह ग्रंथ सत्य, अहिंसा, करुणा, प्रेम, क्षमा, और संतोष जैसे मूल्यों पर गहन चर्चा करता है. शांति विजय जी ने इन मूल्यों को प्राप्त करने के लिए विभिन्न उपाय और तरीके भी बताए हैं.
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धर्म का सार: ग्रंथ में धर्म को किसी विशिष्ट धार्मिक संस्था से जुड़ा नहीं बल्कि मानव आत्मा के साथ जोड़ा गया है. शांति विजय जी ने धर्म को एक जीवन शैली के रूप में प्रस्तुत किया है जो आध्यात्मिक विकास और नैतिक आचरण पर आधारित है.
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सुगम भाषा: ग्रंथ की भाषा बहुत सुगम है और यह सभी वर्गों के लिए समझने में आसान है. शांति विजय जी ने अपनी लेखनी में जटिल धार्मिक सिद्धांतों को सरल और प्रभावी रूप से प्रस्तुत किया है.
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आध्यात्मिक ज्ञान: “मानव धर्म संहिता” में आध्यात्मिक ज्ञान का भंडार है. इस ग्रंथ में आपको आत्मा, परमात्मा, मोक्ष, कर्म, और धर्म जैसे विषयों पर मूल्यवान ज्ञान मिलेगा.
“मानव धर्म संहिता” का महत्व:
यह ग्रंथ आज के समय में भी उतना ही प्रासंगिक है जितना कि उस समय में था. यह ग्रंथ हमें मानवीय मूल्यों और नैतिक आचरण के महत्व को समझने में मदद करता है. यह हमें एक शांतिपूर्ण और सद्भावपूर्ण समाज का निर्माण करने के लिए प्रोत्साहित करता है.
“मानव धर्म संहिता” कहाँ से प्राप्त करें:
आप “मानव धर्म संहिता” को कई ऑनलाइन प्लैटफॉर्म से मुफ्त में डाउनलोड कर सकते हैं. इस ग्रंथ का PDF फॉर्मेट आपको Google Books या Digital Library of India जैसे वेबसाइटों पर मिल जाएगा. आप इस ग्रंथ को Amazon से भी खरीद सकते हैं.
“मानव धर्म संहिता” का अध्ययन:
“मानव धर्म संहिता” का अध्ययन आपके जीवन में एक नए दिशा और प्रेरणा का प्रदान कर सकता है. इस ग्रंथ में दिए गए उपदेशों को अपने जीवन में लागू करने से आप एक अधिक नैतिक और आध्यात्मिक व्यक्ति बन सकते हैं.
निष्कर्ष:
“मानव धर्म संहिता” शांति विजय जी की एक महान रचना है जो मानवीय मूल्यों और धर्म के सार को समझने में आपकी मदद करेगी. यह ग्रंथ आपके जीवन में आध्यात्मिक विकास और नैतिक आचरण का प्रभाव डालेगा. इसलिए आज ही इस ग्रंथ को पढ़ें और इस ग्रंथ में दिए गए उपदेशों को अपने जीवन में लागू करें.
संदर्भ:
Maanab Dharam Sanheta (1818)ac 1249 by Shantivijay |
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Title: | Maanab Dharam Sanheta (1818)ac 1249 |
Author: | Shantivijay |
Subjects: | Other |
Language: | hin |
Collection: | digitallibraryindia, JaiGyan |
BooK PPI: | 300 |
Added Date: | 2017-01-21 13:00:57 |