[PDF] श्री तन्त्रालोकः - भाग 10 | Shri Tantraloka - Part 10 | अभिनव गुप्ता - Abhinav Gupta, मधुसूदन कौल शास्त्री - Madhusudan Kaul Shastri, राजानक श्री जयरथ - Rajanak Shri Jayrath | eBookmela

श्री तन्त्रालोकः – भाग 10 | Shri Tantraloka – Part 10 | अभिनव गुप्ता – Abhinav Gupta, मधुसूदन कौल शास्त्री – Madhusudan Kaul Shastri, राजानक श्री जयरथ – Rajanak Shri Jayrath

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यह पुस्तक श्री तन्त्रालोकः के भाग 10 को पढ़ने के लिए एक अद्भुत संसाधन है। यह पुस्तक अभिनव गुप्ता द्वारा लिखी गई है और मधुसूदन कौल शास्त्री द्वारा संपादित है। यह पुस्तक राजानक श्री जयरथ के अध्ययन का एक मूल्यवान योगदान है।

श्री तन्त्रालोकः – भाग 10 | Shri Tantraloka – Part 10

श्री तन्त्रालोकः, अभिनव गुप्ता द्वारा रचित, शैव दर्शन का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है। यह ग्रंथ सात भागों में विभाजित है, जिसमें भगवान शिव द्वारा प्रदान की गई विभिन्न रहस्यमय शिक्षाओं को विस्तार से बताया गया है।

भाग 10 इस महत्वपूर्ण ग्रंथ का दसवां भाग है, जिसमें शैव तंत्र के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई है।

इस भाग में शामिल कुछ महत्वपूर्ण विषय हैं:

  • प्रकृति और पुरुष (Nature and Purusha): इस अध्याय में, अभिनव गुप्ता ने प्रकृति और पुरुष के बीच संबंधों को विस्तार से समझाया है। वे बताते हैं कि कैसे प्रकृति और पुरुष एक दूसरे पर निर्भर हैं और कैसे उनके संयोजन से ब्रह्मांड का निर्माण होता है।
  • शिव और शक्ति (Shiva and Shakti): इस अध्याय में, लेखक शिव और शक्ति के बीच संबंधों पर प्रकाश डालते हैं। वे बताते हैं कि कैसे शक्ति, शिव के बिना, अधूरी है, और कैसे शिव, शक्ति के बिना, अपने कार्य नहीं कर सकता।
  • तंत्र साधना (Tantric Practice): इस अध्याय में, अभिनव गुप्ता ने तंत्र साधना के विभिन्न पहलुओं को विस्तार से बताया है। वे विभिन्न ध्यान विधियों, मंत्रों और यंत्रों के बारे में बताते हैं जिनका उपयोग तंत्र साधना में किया जाता है।

क्यों यह ग्रंथ महत्वपूर्ण है?

“श्री तन्त्रालोकः” शैव दर्शन की समझ को गहरा करने के लिए एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है। इस ग्रंथ में, अभिनव गुप्ता ने शैव दर्शन के विभिन्न पहलुओं को विस्तार से समझाया है। उनके विश्लेषण और व्याख्याएं तंत्र दर्शन के गहन अध्ययन के लिए आवश्यक हैं।

इस पुस्तक में मधुसूदन कौल शास्त्री का महत्वपूर्ण योगदान है। शास्त्री ने श्री तन्त्रालोकः का संपादन किया है और इसमें महत्वपूर्ण व्याख्याएं और टीकाएं प्रदान की हैं। इस प्रकार, यह पुस्तक श्री तन्त्रालोकः के गहन अध्ययन के लिए एक अद्वितीय और मूल्यवान संसाधन है।

इस पुस्तक को कैसे डाउनलोड करें?

आप इस पुस्तक को विभिन्न स्रोतों से डाउनलोड कर सकते हैं। आपके पास “Kashmir Series Of Texts And Studies” का यह भाग पीडीएफ प्रारूप में मुफ्त में डाउनलोड करने का विकल्प है। आप इसके लिए इन्टरनेट पर “श्री तन्त्रालोकः” या “Kashmir Series Of Texts And Studies No Lil” खोज सकते हैं। इस पुस्तक को डिजिटल लाइब्रेरी में भी खोजना संभव है।

संदर्भ:

नोट: इस पुस्तक को डाउनलोड करते समय, यह सुनिश्चित करें कि आप एक विश्वसनीय स्रोत से डाउनलोड कर रहे हैं। अनधिकृत स्रोतों से डाउनलोड करने से अपने डिवाइस पर वायरस या मालवेयर का खतरा हो सकता है।

मुझे आशा है कि यह जानकारी आपको “श्री तन्त्रालोकः – भाग 10” के बारे में अधिक जानकारी प्रदान करेगी।

Kashmir Series Of Texts And Studies No Lil by Rajanaka Jayaratha

Title: Kashmir Series Of Texts And Studies No Lil
Author: Rajanaka Jayaratha
Subjects: IIIT
Language: san
Kashmir Series Of Texts And Studies No Lil
Collection: digitallibraryindia, JaiGyan
BooK PPI: 600
Added Date: 2017-01-24 10:24:39

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