संपूर्ण गांधी वाड्मय [भाग -४७] | Sampurn Gandhi Vaangmay [Bhag -47] | अज्ञात – Unknown
संपूर्ण गांधी वाड्मय [भाग -४७] : गांधीजी की सोच का अनमोल खजाना
यह भाग गांधीजी के विचारों का एक अनमोल खजाना प्रस्तुत करता है, जो प्रत्येक पाठक को उनकी महानता और जीवन दर्शन से परिचित कराता है। गांधी जी के पत्रों, भाषणों, और विचारों के माध्यम से, हमें उनकी समझदारी, सत्य और अहिंसा प्रति समर्पण, और सामाजिक न्याय के लिए उनकी अटूट प्रतिबद्धता का अनुभव होता है।
संपूर्ण गांधी वाड्मय [भाग -४७] | Sampurn Gandhi Vaangmay [Bhag -47]
अज्ञात – Unknown
गांधीजी के विचारों का अनमोल खजाना
गांधी जी के विचारों और लेखनों का एक विस्तृत संग्रह, “संपूर्ण गांधी वाड्मय [भाग -४७]” एक ऐसा पवित्र ग्रंथ है जो सभी पढ़ने वालों को उनकी महानता और जीवन दर्शन से परिचित कराता है। यह भाग गांधी जी के विचारों को समझने के लिए एक अनमोल खजाना है।
गांधी जी की सोच और उनकी समझदारी
गांधी जी के पत्रों और भाषणों में उनकी गहरी सोच और समझदारी प्रकट होती है। वह अपने समय के समाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर अपनी दृष्टि प्रकट करते हुए समाधान और सुधार के लिए प्रयास करते हैं।
सत्य और अहिंसा प्रति समर्पण
गांधी जी के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण सिद्धांत सत्य और अहिंसा था। उनका मानना था कि सत्य और अहिंसा के माध्यम से ही समाज में शांति और सद्भाव स्थापित हो सकता है। उनके लेखनों में इस विचार को केंद्र में रखते हुए बहुत सी कहानियाँ और उदाहरण दिए गए हैं।
सामाजिक न्याय के लिए अटूट प्रतिबद्धता
गांधी जी का माना था कि सामाजिक न्याय के बिना समाज में शांति संभव नहीं है। उन्होंने अपने पूरे जीवन में सामाजिक न्याय के लिए संघर्ष किया और इसके लिए बहुत से प्रयास किए। यह भाग उनके सामाजिक न्याय के लिए किए गए प्रयासों को प्रकाश में लाता है।
कैसे पढ़ें और डाउनलोड करें
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संदर्भ
- गांधी जी की जीवनी और उनके विचारों का संग्रह – [लिंक]
- गांधी जी के विचारों पर आधारित लेख – [लिंक]
- गांधी जी के जीवन और उनके कार्यों पर आधारित पुस्तक – [लिंक]
यह भाग गांधी जी के विचारों को समझने के लिए एक अनमोल खजाना है। हम आशा करते हैं कि यह आपको गांधी जी की महानता और जीवन दर्शन से परिचित कराएगा।
Sampurna Ghandhi Wangamay 47 by Prakashan Bibhag Suchana Prasaran Bharat Sarkar |
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Title: | Sampurna Ghandhi Wangamay 47 |
Author: | Prakashan Bibhag Suchana Prasaran Bharat Sarkar |
Subjects: | IIIT |
Language: | hin |
Collection: | digitallibraryindia, JaiGyan |
BooK PPI: | 600 |
Added Date: | 2017-01-24 15:25:02 |