[PDF] सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय [खण्ड ३२ ] | Sampurna Gandhi Vanmay [Vol 32] | मोहनदास करमचंद गांधी - Mohandas Karamchand Gandhi ( Mahatma Gandhi ) | eBookmela

सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय [खण्ड ३२ ] | Sampurna Gandhi Vanmay [Vol 32] | मोहनदास करमचंद गांधी – Mohandas Karamchand Gandhi ( Mahatma Gandhi )

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यह खंड गांधीजी के विचारों का एक अनमोल संग्रह है। उनके लेख, भाषण और पत्रों के माध्यम से, हम उनके जीवन और दर्शन को गहराई से समझ सकते हैं। हर पृष्ठ पर, गांधीजी की प्रतिभा और अहिंसक प्रतिरोध के प्रति उनकी प्रतिबद्धता स्पष्ट होती है। यह पुस्तक उन सभी के लिए एक खजाना है जो गांधीजी के जीवन और विचारों में रुचि रखते हैं।

सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय [खण्ड ३२ ] – मोहनदास करमचंद गांधी के विचारों का खजाना

सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय, खंड 32, भारत सरकार द्वारा प्रकाशित, मोहनदास करमचंद गांधी, जिन्हें महात्मा गांधी के रूप में जाना जाता है, के जीवन और विचारों पर एक महत्वपूर्ण नज़रिया प्रदान करता है। यह खंड गांधीजी के जीवन के एक महत्वपूर्ण काल, 1930 के दशक के प्रारंभिक वर्षों, में लिखे गए उनके लेख, भाषण, पत्र और अन्य कार्यों का एक संग्रह है।

गांधीजी के विचारों का एक अनमोल संग्रह:

इस खंड में गांधीजी के विभिन्न पहलुओं को दिखाया गया है, जिसमें उनके राजनीतिक विचार, सामाजिक सुधारों के लिए उनकी दृष्टि, और व्यक्तिगत जीवन में अहिंसा के सिद्धांतों का पालन शामिल है। यह खंड गांधीजी के विचारों की गहराई और उनकी असाधारण लेखन क्षमता को दर्शाता है।

खंड 32 में शामिल कुछ प्रमुख विषय:

  • भारतीय स्वतंत्रता संग्राम: इस खंड में, गांधीजी ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अपनी भूमिका के बारे में लिखा है। उन्होंने ब्रिटिश शासन की आलोचना की और भारतीयों को एकजुट होने और अपने अधिकारों के लिए लड़ने का आह्वान किया।
  • अहिंसा और सविनय अवज्ञा: गांधीजी ने अहिंसा और सविनय अवज्ञा के सिद्धांतों को स्पष्ट किया है, जो भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन की नींव थे। उन्होंने इन सिद्धांतों को कैसे लागू किया और उनके प्रभावों का विश्लेषण किया है।
  • सामाजिक सुधार: गांधीजी सामाजिक अन्याय के खिलाफ लगातार संघर्ष करते रहे। इस खंड में, उन्होंने छुआछूत, महिलाओं के अधिकार, और गरीबी जैसी मुद्दों पर अपने विचार साझा किए हैं।
  • व्यक्तिगत जीवन: गांधीजी ने अपने व्यक्तिगत जीवन में भी अहिंसा के सिद्धांतों का पालन किया। इस खंड में, उन्होंने अपने अनुभवों, आत्म-खोज, और सादगी के महत्व के बारे में लिखा है।

सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय खंड 32 के महत्व:

यह खंड गांधीजी के जीवन और विचारों को समझने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उनके लेखन हमें उनके दर्शन, उनकी रणनीतियों, और उनके आंदोलन के प्रभावों को बेहतर ढंग से समझने में मदद करते हैं।

निष्कर्ष:

सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय, खंड 32, किसी भी व्यक्ति के लिए एक अमूल्य संसाधन है जो गांधीजी के जीवन और विचारों में रुचि रखता है। यह एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक दस्तावेज है जो हमें महात्मा गांधी की विरासत को समझने और उससे प्रेरणा लेने में मदद करता है।

आप इस खंड को मुफ्त में PDF फॉर्मेट में डाउनलोड कर सकते हैं।

संदर्भ:

कृपया ध्यान दें कि उपरोक्त लिंक्स आपकी सहायता के लिए प्रदान किए गए हैं, और इस खंड को डाउनलोड करने की ज़िम्मेदारी आपकी है।

Sampurna Gandhi Vaangmay, Vol-32 by Bharat Sarkar

Title: Sampurna Gandhi Vaangmay, Vol-32
Author: Bharat Sarkar
Subjects: Banasthali
Language: hin
Sampurna Gandhi Vaangmay, Vol-32
Collection: digitallibraryindia, JaiGyan
BooK PPI: 600
Added Date: 2017-01-23 11:53:57

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