साहित्य मीमांसा | Sahitya Mimansa
“साहित्य मीमांसा” एक ऐसा ग्रन्थ है जो साहित्य के क्षेत्र में गहन अंतर्दृष्टि प्रदान करता है। शास्त्री, सूर्यकांत द्वारा लिखी गई यह कृति, हिंदी साहित्य के विद्यार्थियों और शोधार्थियों के लिए एक अनमोल खजाना है। भाषा सरल और स्पष्ट है, जो पाठक को आसानी से विषय को समझने में मदद करती है।
साहित्य मीमांसा: हिंदी साहित्य का गहन अध्ययन
“साहित्य मीमांसा” हिंदी साहित्य के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण ग्रन्थ है, जिसे शास्त्री, सूर्यकांत ने लिखा है। यह पुस्तक साहित्य के विद्यार्थियों, शोधार्थियों और साहित्य के प्रति रुचि रखने वाले सभी लोगों के लिए एक मूल्यवान संसाधन है।
साहित्य मीमांसा: एक संक्षिप्त परिचय
“साहित्य मीमांसा” हिंदी साहित्य के विभिन्न पहलुओं का गहन विश्लेषण प्रस्तुत करती है। यह पुस्तक साहित्य के स्वरूप, प्रकार, तत्वों, इतिहास और विकास के विभिन्न आयामों पर विस्तार से प्रकाश डालती है। शास्त्री, सूर्यकांत ने अपनी गहन विद्वता और व्यापक ज्ञान के माध्यम से हिंदी साहित्य की जटिलताओं को सरल और सहज रूप से समझाया है।
साहित्य मीमांसा: विषय वस्तु
“साहित्य मीमांसा” में शामिल विषयों में शामिल हैं:
- साहित्य का स्वरूप: पुस्तक साहित्य के विभिन्न स्वरूपों का विश्लेषण करती है, जैसे कि काव्य, नाटक, कहानी, उपन्यास आदि। यह साहित्य की विभिन्न शैलियों और प्रवृत्तियों पर भी प्रकाश डालती है।
- साहित्य के तत्व: “साहित्य मीमांसा” साहित्य के विभिन्न तत्वों, जैसे कि भाषा, शैली, चित्रण, संवाद, कथानक आदि का गहन अध्ययन प्रस्तुत करती है। यह तत्वों के माध्यम से साहित्य के सौंदर्य और अर्थ को समझने में मदद करती है।
- साहित्य का इतिहास: पुस्तक हिंदी साहित्य के इतिहास का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत करती है। यह विभिन्न साहित्यिक युगों, महत्वपूर्ण लेखकों और उनकी कृतियों का विश्लेषण करती है।
- साहित्य का विकास: “साहित्य मीमांसा” हिंदी साहित्य के विकास का विस्तृत अध्ययन प्रस्तुत करती है। यह साहित्य में आए विभिन्न बदलावों, नवीन प्रवृत्तियों और सामाजिक-सांस्कृतिक परिवेश के प्रभावों का विश्लेषण करती है।
- साहित्य के सिद्धांत: पुस्तक में विभिन्न साहित्यिक सिद्धांतों, जैसे कि क्लासिकवाद, रोमांटिकवाद, आधुनिकतावाद आदि का अध्ययन भी शामिल है।
साहित्य मीमांसा: महत्व
“साहित्य मीमांसा” हिंदी साहित्य के अध्ययन के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन है। यह पुस्तक विभिन्न साहित्यिक विषयों का विस्तृत अध्ययन प्रस्तुत करती है, जो छात्रों, शोधार्थियों और साहित्य प्रेमियों को हिंदी साहित्य को बेहतर ढंग से समझने में मदद करती है।
“साहित्य मीमांसा” की उपलब्धता
“साहित्य मीमांसा” को विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म पर मुफ्त में डाउनलोड किया जा सकता है। आप PDF प्रारूप में पुस्तक को डाउनलोड कर सकते हैं और इसे अपनी सुविधानुसार पढ़ सकते हैं।
“साहित्य मीमांसा” हिंदी साहित्य के गहन अध्ययन के लिए एक अनमोल खजाना है। यह पुस्तक पाठक को साहित्य के विभिन्न आयामों को समझने में मदद करती है और उन्हें साहित्य के प्रति और अधिक रुचि लेने के लिए प्रेरित करती है।
संदर्भ
- Shastri, Suryakant. Sahitya-meemansa. Digital Library of India, 2015.
- Sahitya-meemansa – PDFforest
- Sahitya-meemansa – JaiGyan
Sahitya-meemansa by Shastri, Suryakant |
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Title: | Sahitya-meemansa |
Author: | Shastri, Suryakant |
Subjects: | Banasthali |
Language: | hin |
Collection: | digitallibraryindia, JaiGyan |
BooK PPI: | 300 |
Added Date: | 2017-01-22 11:28:23 |