अथ भृगुसंहिता का सर्वारिष्ट निवारण खण्ड | Atha Bhrigu Samhita Ka Sarvarishta Nivarana Khanda | हरदेव सहाय – Hardeva Sahay
“अथ भृगुसंहिता का सर्वारिष्ट निवारण खण्ड” एक अद्भुत ग्रंथ है जो ज्योतिष के क्षेत्र में गहरी समझ प्रदान करता है। हरदेव सहाय ने इस ग्रंथ में जटिल ज्योतिषीय सिद्धांतों को सरल भाषा में समझाया है, जिससे यह सभी के लिए सुलभ हो गया है। इसके माध्यम से व्यक्ति अपने जीवन के विभिन्न पहलुओं को बेहतर ढंग से समझ सकता है और समस्याओं का समाधान ढूंढ सकता है।
अथ भृगुसंहिता का सर्वारिष्ट निवारण खण्ड: ज्योतिष शास्त्र का एक अनमोल रत्न
ज्योतिष शास्त्र सदियों से मानव जीवन के विभिन्न पहलुओं को समझने और भविष्य की जानकारी प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण साधन रहा है। इस शास्त्र के विभिन्न ग्रंथों में से एक है “अथ भृगुसंहिता”, जो अपनी व्यापकता और गहनता के लिए जाना जाता है। इस संहिता में विभिन्न प्रकार की ज्योतिषीय जानकारी और उपाय दिए गए हैं जो व्यक्ति के जीवन को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
“अथ भृगुसंहिता का सर्वारिष्ट निवारण खण्ड” इस संहिता का एक महत्वपूर्ण भाग है जो विभिन्न प्रकार के अशुभ योगों और उनके निवारण के उपायों पर विस्तार से चर्चा करता है। यह ग्रंथ ज्योतिष शास्त्र में रुचि रखने वालों के लिए एक अमूल्य रत्न है क्योंकि यह विभिन्न प्रकार की समस्याओं से निपटने के लिए व्यावहारिक और प्रभावी उपाय प्रदान करता है।
हरदेव सहाय: ज्योतिष शास्त्र के ज्ञाता
इस ग्रंथ के लेखक हरदेव सहाय ज्योतिष शास्त्र के ज्ञाता हैं जिन्होंने ज्योतिषीय सिद्धांतों को गहन रूप से समझा है। उन्होंने इस खण्ड को सरल भाषा में लिखा है ताकि यह आम लोगों के लिए भी समझ में आ सके। उन्होंने जटिल ज्योतिषीय गणनाओं को समझने के लिए विभिन्न उदाहरणों का उपयोग किया है, जिससे पाठक इस विषय को आसानी से समझ सकते हैं।
सर्वारिष्ट निवारण खण्ड की विशेषताएं:
इस खण्ड में निम्नलिखित विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई है:
- अशुभ योगों की पहचान: यह खण्ड विभिन्न प्रकार के अशुभ योगों, जैसे ग्रहों के नकारात्मक संयोगों, शनि की साढ़े साती, राहु-केतु के प्रभावों आदि की पहचान करना सिखाता है।
- निवारण के उपाय: हरदेव सहाय ने प्रत्येक अशुभ योग के निवारण के लिए कई उपाय बताए हैं, जो धार्मिक, ज्योतिषीय और सामाजिक दृष्टिकोण से प्रभावी हैं।
- जीवन के विभिन्न पहलुओं पर प्रभाव: यह खण्ड बताता है कि अशुभ योग व्यक्ति के जीवन के विभिन्न पहलुओं, जैसे स्वास्थ्य, धन, रिश्ते, करियर आदि पर कैसे प्रभाव डालते हैं।
- व्यावहारिक सुझाव: हरदेव सहाय ने पाठकों को कुछ व्यावहारिक सुझाव भी दिए हैं जो उन्हें अपने जीवन में सफलता प्राप्त करने में मदद करेंगे।
ग्रंथ का महत्व:
“अथ भृगुसंहिता का सर्वारिष्ट निवारण खण्ड” का महत्व इस बात में है कि यह ज्योतिष शास्त्र के माध्यम से व्यक्ति के जीवन में आने वाली कठिनाइयों का समाधान खोजने का एक प्रभावी तरीका प्रदान करता है। इस ग्रंथ के माध्यम से व्यक्ति अपने जीवन के विभिन्न पहलुओं को बेहतर ढंग से समझ सकता है और अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए सही कदम उठा सकता है।
PDF में निःशुल्क डाउनलोड:
यह ग्रंथ अब PDF प्रारूप में निःशुल्क उपलब्ध है, जिससे लोग इसे आसानी से डाउनलोड और पढ़ सकते हैं। इस ग्रंथ को पढ़कर आप ज्योतिष शास्त्र के गहन रहस्यों को समझ सकते हैं और अपने जीवन में सफलता और खुशहाली प्राप्त कर सकते हैं।
निष्कर्ष:
“अथ भृगुसंहिता का सर्वारिष्ट निवारण खण्ड” एक अद्भुत ग्रंथ है जो ज्योतिष शास्त्र के क्षेत्र में गहरी समझ प्रदान करता है। हरदेव सहाय ने इस ग्रंथ में जटिल ज्योतिषीय सिद्धांतों को सरल भाषा में समझाया है, जिससे यह सभी के लिए सुलभ हो गया है। इसके माध्यम से व्यक्ति अपने जीवन के विभिन्न पहलुओं को बेहतर ढंग से समझ सकता है और समस्याओं का समाधान ढूंढ सकता है। इस ग्रंथ को पढ़ने के बाद आप ज्योतिष शास्त्र के गहन रहस्यों को समझ सकते हैं और अपने जीवन में सफलता और खुशहाली प्राप्त कर सकते हैं।
संदर्भ:
नोट:
यह ब्लॉग पोस्ट केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी भी धार्मिक या ज्योतिषीय मान्यताओं का समर्थन नहीं करता है।
Ath Bargushita Ka Sarvarist Nivaran by Pt. Hardev Shaye |
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Title: | Ath Bargushita Ka Sarvarist Nivaran |
Author: | Pt. Hardev Shaye |
Subjects: | Banasthali |
Language: | san |
Collection: | digitallibraryindia, JaiGyan |
BooK PPI: | 300 |
Added Date: | 2017-01-20 18:53:24 |