अश्ववैद्यकम् | Ashvavaidyakam | उमेशचन्द्र गुप्त – Umeshchandra Gupt
“अश्ववैद्यकम्” – अश्वों की देखभाल और उपचार के लिए एक अनमोल खजाना!
गुप्त जी का यह ग्रन्थ पारंपरिक ज्ञान का एक अद्भुत संग्रह है, जिससे अश्वों के स्वास्थ्य और कल्याण को समझने में मदद मिलती है।
अश्ववैद्यकम्: प्राचीन ज्ञान का आधुनिक उपयोग
“अश्ववैद्यकम्” – यह नाम सुनते ही हमारे मन में घोड़ों की सुंदरता, उनकी शक्ति और हमारे जीवन में उनके महत्व का चित्र उभरता है। सदियों से, घोड़े मनुष्य के साथ साथी, सहयोगी और परिवहन के साधन रहे हैं। उनके स्वास्थ्य और कल्याण का ध्यान रखना हमारी जिम्मेदारी है, और यहीं पर प्राचीन भारतीय शास्त्रों में अश्ववैद्यक का ज्ञान हमारे लिए एक वरदान बन जाता है।
“अश्ववैद्यकम्” – एक शब्द जो घोड़े की चिकित्सा पद्धति को दर्शाता है, प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद का ही एक अंग है। आयुर्वेद में प्राकृतिक उपचारों पर जोर दिया जाता है और अश्ववैद्यक भी इसी सिद्धांत पर आधारित है। इस शास्त्र में घोड़े के शरीर के विभिन्न भागों की संरचना, उनके स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले कारक, विभिन्न रोगों के लक्षण, उनके उपचार और रोकथाम के तरीके, और घोड़ों के आहार और जीवनशैली के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है।
उमेशचन्द्र गुप्त द्वारा लिखित “अश्ववैद्यकम्” – एक ऐसा ग्रंथ जो इस प्राचीन ज्ञान को एक आधुनिक रूप में प्रस्तुत करता है। यह ग्रंथ प्राचीन भारतीय शास्त्रों में अश्ववैद्यक के ज्ञान का सारांश है, जिसे आधुनिक भाषा में सरल और समझने में आसान तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
“अश्ववैद्यकम्” के लाभ:
- प्राकृतिक उपचार: यह ग्रंथ प्राकृतिक उपचारों पर जोर देता है, जो घोड़ों के स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित और प्रभावी होते हैं।
- विभिन्न रोगों का ज्ञान: “अश्ववैद्यकम्” में विभिन्न घोड़े के रोगों, उनके लक्षणों, और उनके उपचार के तरीकों का विस्तृत विवरण दिया गया है।
- आहार और जीवनशैली: यह ग्रंथ घोड़ों के लिए एक संतुलित आहार और स्वस्थ जीवनशैली के महत्व पर प्रकाश डालता है।
- आधुनिक प्रस्तुति: उमेशचन्द्र गुप्त ने इस ग्रंथ को आधुनिक भाषा में प्रस्तुत किया है, जिससे इसे समझना आसान हो जाता है।
कैसे प्राप्त करें “अश्ववैद्यकम्”
“अश्ववैद्यकम्” ग्रंथ आज विभिन्न माध्यमों से उपलब्ध है, जिसमें PDF फाइलें, मुफ्त डाउनलोड, और पुस्तक के रूप में खरीदना शामिल है। आप इंटरनेट पर खोज कर “अश्ववैद्यकम् PDF download” या “अश्ववैद्यकम् उमेशचन्द्र गुप्त” के माध्यम से इस ग्रंथ को आसानी से पा सकते हैं।
निष्कर्ष:
“अश्ववैद्यकम्” – घोड़ों के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए एक अमूल्य खजाना। यह ग्रंथ हमें प्राचीन भारतीय ज्ञान की समृद्धि से अवगत कराता है और घोड़ों की देखभाल के लिए मार्गदर्शन प्रदान करता है। “अश्ववैद्यकम्” – एक ऐसा ग्रंथ जो हर घोड़े के मालिक के लिए अनिवार्य है।
संदर्भ:
नोट: यह ब्लॉग पोस्ट केवल जानकारी के उद्देश्य से है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा एक पशु चिकित्सक से सलाह लें।
Ashbabaidakam by Gupta, Umes Chandra |
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Title: | Ashbabaidakam |
Author: | Gupta, Umes Chandra |
Subjects: | C-DAK |
Language: | san |
Collection: | digitallibraryindia, JaiGyan |
BooK PPI: | 600 |
Added Date: | 2017-01-21 19:46:45 |