काठकगृह्यसूत्रम् | Kathakagrihyasutram | विलियम कैलेण्ड – William Caland
एक अद्भुत ग्रन्थ: काठकगृह्यसूत्रम्
यह ग्रन्थ धार्मिक एवं सांस्कृतिक ज्ञान का खजाना है, जो हर पाठक को आकर्षित करेगा। विलियम कैलेण्ड द्वारा इस ग्रन्थ का विद्वत्तापूर्ण अनुवाद इस प्राचीन ज्ञान को आज के युग में प्रासंगिक बनाता है।
काठकगृह्यसूत्रम्: प्राचीन भारतीय संस्कृति का दर्पण
“काठकगृह्यसूत्रम्” प्राचीन भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण ग्रन्थ है, जो धार्मिक रीति-रिवाजों, कर्मकांडों, और दैनिक जीवन में धर्म के महत्व को उजागर करता है। यह ग्रन्थ काठक शाखा के वैदिक परम्परा के अनुसार लिखा गया है और इसमें गृहस्थ आश्रम के जीवन का विस्तृत वर्णन मिलता है।
विलियम कैलेण्ड एक प्रसिद्ध संस्कृत विद्वान थे, जिन्होंने “काठकगृह्यसूत्रम्” का अनुवाद किया और इसे पश्चिमी दुनिया के लिए उपलब्ध कराया। उनके अनुवाद ने इस ग्रन्थ को विश्व के विद्वानों और शोधार्थियों के लिए खोल दिया।
काठकगृह्यसूत्रम् में विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई है, जिनमें शामिल हैं:
- श्राद्ध: मृतकों को श्रद्धांजलि देने के नियम और विधि।
- विवाह: विवाह संस्कारों का विवरण।
- गृहस्थ जीवन: गृहस्थ आश्रम में पति-पत्नी के कर्तव्यों का वर्णन।
- यज्ञ: विभिन्न यज्ञों का विवरण और उनका महत्व।
- नैतिक शिक्षा: जीवन में नैतिकता और धार्मिकता का महत्व।
काठकगृह्यसूत्रम् की विशेषता यह है कि इसमें दैनिक जीवन के छोटे-बड़े विषयों पर विस्तृत जानकारी मिलती है। इसके माध्यम से हम प्राचीन काल में भारतीय समाज के जीवन के बारे में जान सकते हैं।
काठकगृह्यसूत्रम् के PDF संस्करण को आप मुफ्त में डाउनलोड कर सकते हैं। यह प्राचीन ज्ञान का एक अमूल्य खजाना है, जो आपके लिए पठनीय एवं प्रभावशाली हो सकता है।
संदर्भ:
- कैलेण्ड, विलियम. काठकगृह्यसूत्रम्. लंदन: द रॉयल एशियाटिक सोसाइटी, 1904.
- The Sacred Books of the East. Vol. 26.
नोट: ऊपर दिए गए संदर्भों में से कुछ डिजिटल पुस्तकालयों से प्राप्त हो सकते हैं। यदि आप इन्हें डाउनलोड करना चाहते हैं, तो आप इन डिजिटल पुस्तकालयों की वेबसाइट पर जा सकते हैं।
Kaat’hakagrxhyasutrama~ Bhaashhyatrayasarasutama~ by Vilomakaaland-d’a Shriidakt’ara~ |
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Title: | Kaat’hakagrxhyasutrama~ Bhaashhyatrayasarasutama~ |
Author: | Vilomakaaland-d’a Shriidakt’ara~ |
Subjects: | RMSC |
Language: | san |
Collection: | digitallibraryindia, JaiGyan |
BooK PPI: | 600 |
Added Date: | 2017-01-18 04:59:13 |