[PDF] सम्पूर्ण गांधी वाड्मय [भाग-७१] | Sampurna Gandhi Vaadmay [Bhag-71] | अज्ञात - Unknown | eBookmela

सम्पूर्ण गांधी वाड्मय [भाग-७१] | Sampurna Gandhi Vaadmay [Bhag-71] | अज्ञात – Unknown

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यह पुस्तक गांधीजी के जीवन और विचारों को समझने के लिए एक अमूल्य खजाना है। इसमें गांधीजी के लेखन, भाषण, और पत्रों का संग्रह है जो उनकी सोच और दर्शन को प्रकट करता है। यह पुस्तक उनके विचारों को गहराई से समझने और उनके जीवन से प्रेरणा लेने के लिए एक बेहतरीन स्रोत है।

सम्पूर्ण गांधी वाड्मय [भाग-७१] | Sampurna Gandhi Vaadmay [Bhag-71]

| अज्ञात – Unknown

गांधीजी के जीवन और विचारों का अनमोल खजाना: “सम्पूर्ण गांधी वाड्मय” [भाग-७१]

“सम्पूर्ण गांधी वाड्मय” का यह ७१वाँ भाग महात्मा गांधी के जीवन और विचारों के गहन अध्ययन के लिए एक अनमोल खजाना है। यह भाग वर्ष १९४५ के लिए समर्पित है, जो भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक महत्वपूर्ण मोड़ पर था। इस खंड में गांधीजी के लेखन, भाषण, और पत्रों का एक विस्तृत संग्रह शामिल है, जो उस समय की राजनीतिक, सामाजिक और धार्मिक परिस्थितियों की एक जीवंत तस्वीर प्रस्तुत करता है।

एक अज्ञात समय की झलकियाँ:

इस खंड के लेखन में गांधीजी ने उस समय की विभिन्न समस्याओं और चुनौतियों पर प्रकाश डाला है, जैसे कि भारत में ब्रिटिश शासन की नीतियां, हिंदू-मुस्लिम संबंध, और देश में व्याप्त सामाजिक बुराइयाँ। उनके लेखन में न केवल समस्याओं की गंभीरता का पता चलता है, बल्कि उनके द्वारा दिए गए समाधान और मार्गदर्शन भी स्पष्ट होते हैं।

गांधीजी के विचारों की प्रासंगिकता:

आज भी, गांधीजी के विचारों की प्रासंगिकता बनी हुई है। उनके सत्य और अहिंसा के सिद्धांत आज भी मानव जाति के लिए मार्गदर्शक सिद्धांत हैं। इस खंड में उनके विचारों का अध्ययन हमें उनके विचारों की गहराई और उनका समय के साथ संबंध समझने में मदद करता है।

कैसे डाउनलोड करें:

इस अनमोल ग्रंथ को मुफ्त में डाउनलोड करने के लिए आप Digital Library of India की वेबसाइट पर जा सकते हैं। यह PDF प्रारूप में उपलब्ध है, जिससे आप इसे आसानी से पढ़ सकते हैं और अपने साथ रख सकते हैं।

गांधीजी के विचारों की प्रेरणा:

गांधीजी के जीवन और विचारों का अध्ययन हमें उनके जीवन से प्रेरणा लेने का अवसर देता है। उनके अदम्य साहस, अहिंसक प्रतिरोध और सत्य के प्रति समर्पण से हम सभी सीख सकते हैं।

निष्कर्ष:

“सम्पूर्ण गांधी वाड्मय” का ७१वाँ भाग गांधीजी के जीवन और विचारों की एक महत्वपूर्ण तस्वीर प्रस्तुत करता है। यह खंड न केवल उनके समय की घटनाओं को समझने में मदद करता है, बल्कि उनके विचारों की प्रासंगिकता को भी उजागर करता है। यह ग्रंथ सभी लोगों के लिए अनिवार्य है जो गांधीजी के जीवन और विचारों के बारे में जानना चाहते हैं।

संदर्भ:

Jvb0854 Sampurna Gandhi Vaadmay Vol-79; (1945) by Bharat Sarkar

Title: Jvb0854 Sampurna Gandhi Vaadmay Vol-79; (1945)
Author: Bharat Sarkar
Subjects: Banasthali
Language: hin
Jvb0854  Sampurna Gandhi Vaadmay Vol-79; (1945)
Collection: digitallibraryindia, JaiGyan
BooK PPI: 300
Added Date: 2017-01-21 03:54:53

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